रौशन रहे तू

दीपक की तरह
रौशन रहे तू
गहरे अंधकार पर
तेरी जीत ही लहराये

जले तू इस तरह कि
तेरे करीब से
वह कोसो दूर नजर आये

जल जाये रात सारी
तेरी इक टिमटीमाहट में
उग जाय एक सूरज
और नया सबेरा हो !

अकाल के वास्ते

बंजर जमीन के वास्ते
बारिश के आसार में
तालाब खोदा जा रहा था
ताकि डुबने तक
पानी भरा जा सके

तालाब से निकली मिट्टी को
धंसी रास्तो पर डाला जा रहा था
रास्तो की गहराई को
भरने की कोशिश में
उनके ऊपर
छूट चुके पदचिन्हों को भी
साथ ही साथ दफनाया जा रहा था

अकाल के कारण
शरीर डुबने भर को
तालाब खोदा जा रहा था  !!
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